फूड एलर्जी की समस्या बच्चे और बड़े किसी को भी हो सकती है। इसके लक्षण आमतौर पर बचपन में ही दिख जाते हैं। अंडा, गेहूं, दूध व सोया ऐसी चीजें हैं जो सेहतमंद रहने के लिए जरूरी होती हैं। लेकिन ज्यादातर मामलों में इन्हीं चीजों से परेशानी होना सामने आती है। बच्चे को यदि ५ साल की उम्र से इनसे एलर्जी हो तो उसे सेहत संबंधी समस्याएं होती हैं। आहार विशेषज्ञों के अनुसार घर में इन चीजों के विकल्प के तौर पर कुछ चीजों को रख सकते हैं जो इनसे मिलने वाले पोषक तत्त्वों की कमी पूरी करते हैं। जानें, एलर्जी वाली चीजों के विकल्प के बारे में-
गेहूं से एलर्जी (सीलिएक डिजीज): गेहूं में मौजूद ग्लूटेन (व्हीट प्रोटीन) पदार्थ से एलर्जी हो जाती है। ऐेसे में गेहूं व इससे बनी चीजों (मैदा, सूजी, पानी पताशा, दलिया, बे्रड, बिस्किट) से परहेज करना चाहिए। इन्हें खाने से डायरिया, चक्कर आना, थकान व खून की कमी जैसे दिक्कतें होती हैं।
विकल्प के तौर पर ज्वार, बाजरा, मक्का, रागी आदि अनाज को भोजन में शामिल कर सकते हैं।
दूध से एलर्जी (लैक्टोज इंटॉलरेंस): दूध में मौजूद लैक्टोज तत्त्व से एलर्जी होती है। ऐसे में दूध जब दही, छाछ, पनीर या छेना का रूप लेता है तो यह तत्त्व लैक्टिक एसिड में बदल जाता है जिससे दिक्कत नहीं होती।
विकल्प- जिन्हें लैक्टोज एलर्जी न होकर पूर्ण तरह दूध से एलर्जी है वे सोया मिल्क, मूंगफली का दूध, नारियल का दूध पीएं।
अंडे से एलर्जी: यह लोगों में बेहद आम एलर्जी है। जिसका कोई अन्य विकल्प नहीं। ऐसे में प्रोटीन या कैल्शियम के लिए खाए जाने वाले अंडे का विकल्प इन तत्त्वों से युक्त चीजें जैसे दाल, छेना, पनीर, दूध आदि हो सकती हैं।
सोया से एलर्जी: सोयाबीन या इससे बनी चीजें, चाइनीज फूड, सोया सॉस, दालें, वडिय़ों से एलर्जी होती है।
विकल्प- इसकी जगह अन्य दालें खा सकते हैं।
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